◆ वृद्धि (ग्रोथ) 
  • बालक की शारीरिक संरचना का विकास
  • लंबाई,मोटाई, भार और अन्य अंगों का विकास इन में आता है.
  • यह प्रक्रिया भाइयों और आंतरिक दोनों रूप में होती है.
  • एक निश्चित आयु तक वृद्धि होती रहती है.
  • वृद्धी पर अनुवांशिकता का सकारात्मक एवं नकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
◆ वृद्धि और विकास में अंतर
वृद्धि और विकास इन शब्दों का उपयोग लोग पर्यायव शब्द के रूप में करते हैं. पर इन दोनों में बहुत अंतर होता है यह अंतर हम यह देखेंगे.

® वृद्धी: 
  • वृद्धी शब्द का उपयोग परिमाणात्मक परिवर्तनों के लिए कर सकते हैं. 
उदाहरण स्वरूप: बच्चों के आकार लंबाई ऊंचाई इसलिए होता है.
  • वृद्धि की क्रिया जीवन पर्यंत नहीं चलती है . बालक प्रौढ़ावस्था में परिपक्व होने के साथ यह रुकता है.
  • वृद्धी विकास की एक प्रक्रिया का भाग है। यह सीमित होता है।
  • शरीर वृद्धि का अर्थ विकास नहीं है। यह सिर्फ भौतिक विकास दर्शाता है।
® विकास
  • इसका उपयोग परिमाणात्मक परिवर्तनों के साथ साथ व्यवहारिक परिवर्तनों को भी दर्शाता है।
उदाहरण स्वरुप कार्यक्षमता कार्यकुशलता व्यवहारों में सुधारना इस को दर्शाता है।
  • यह प्रक्रिया सतत चलने वाली प्रक्रिया है बालक परिपक्व होने के बाद भी चलती रहती है
  • वृद्धी सिर्फ एक भाग है। विकास एक विस्तृत अर्थ है। 
  • बालक में विकास के लिए उर्दी आवश्यक नहीं है यह गुणात्मक विकास को दर्शाता है