भाग-1
CHILD DEVELOPMENT AND PEDAGOGY बाल विकास व शिक्षाशास्त्र

CHILD DEVELOPMENT AND PEDAGOGY, बाल विकास व शिक्षाशास्त्र
CHILD DEVELOPMENT AND PEDAGOGY बाल विकास व शिक्षाशास्त्र


निर्देश निम्नलिखित प्रश्नों (प्र. संख्या 1 से 30) के उत्तर
देने के लिए सही सबसे उपयुक्त विकल्प चुनिए
1. मानव विकास के संदर्भ में आनुवंशिकता तथा
पर्यावरण की भूमिका के बारे में निम्नलिखित
कथनों में से कौन सा सही है
(1) परिवेशीय प्रभाव पूर्ण रूप से एक व्यक्ति के
विकास को निर्धारित करते हैं।
(2) मानव-विकास को न तो आनुवंशिकता
और न ही पर्यावरण प्रभावित करते हैं।
(3) आनुवंशिकता एवं पर्यावरण दोनों एक
जटिल पारस्परिक क्रिया के रूप में मानव
विकास को प्रभावित करते हैं।
(4) वैयक्तिक विभिन्नताओं का एकमात्र कारण
आनुवंशिकता है।

2. एक प्रगतिशील कक्षा में
(1) विद्यार्थी के द्वारा निष्क्रिय रूप से ज्ञान प्राप्त
किया जाता है।
(2) विद्यार्थी के द्वारा ज्ञान को उसी रूप में
दोहराया जाता है।
(3) शिक्षक के निर्देशों के अनुसार विद्यार्थी के
द्वारा ज्ञान का अनुस्मरण किया जाता है।
(4) विद्यार्थी के द्वारा ज्ञान की संरचना की
जाती है।

3. सतत् एवं समग्र मूल्यांकन में क्या शामिल है
(1) केवल संकलनात्मक आकलन
(2) ना तो संरचनात्मक न ही संकलनात्मक आकलन
(3) विविध प्रकार की रणनीतियों का प्रयोग
करते हुए दोनों संरचनात्मक एवं
संकलनात्मक आकलन का प्रयोग करना
(4) केवल संरचनात्मक आकलन


4. वह प्रक्रिया जिसके द्वारा बच्चे आदतों, कौशलों.
मूल्यों तथा अभिप्रेरणा को विकसित करते हैं और
जो उन्हें समाज का जिम्मेदार एवं क्रियाशील
सदस्य बनाती है, उसे क्या कहा जाता है
(1) समावेशन
(2) मुख्यधारा से जुड़ना
(3) विभेदीकरण
(4) सामाजीकरण

5. एक समावेशी कक्षा में शिक्षक को क्या करना
चाहिए
(1) अशक्त अधिगमकर्ताओं के प्रति दया एवं
सहानुभूति का भाव प्रदर्शित करना
चाहिए।
(2) बच्चों को अपाहिज बच्चा, मंद बुद्धि
बच्चा आदि के रूप में वर्गीकृत करना
चाहिए।
(3)केवल प्रतिभाशाली एवं योग्य बच्चों पर
ध्यान देना चाहिए।
(4) यह विश्वास करना चाहिए कि प्रत्येक
बच्चे में अपनी योग्यताओं एवं शक्ति के
अनुसार सीखने की क्षमता है।

6.एक विद्यार्थी कक्षा में निम्नलिखित लक्षण प्रदर्शित
करता है
- पढ़ने के प्रति चिंता
- शब्दों या अक्षरों को पहचानने में कठिनाई
- निम्न स्तरीय शब्दावली कौशल
-पहले पढ़े हुए पाठ को समझने या याद
करने में कठिनाई
ये किसके सूचक हैं
(1) एक सृजनात्मक विद्यार्थी के
(2) अधिगम अशक्तता वाले विद्यार्थी के
(3) मानसिक क्षति वाले विद्यार्थी के
(4) एक स्वलीन विद्यार्थी के
7.
आपकी कक्षा के एक विद्यार्थी को विभिन्न स्रोतों
से बार-बार यह बताया गया है कि उसके
सामाजिक वर्ग के लोग शैक्षिक क्षेत्र में निम्न
स्तरीय प्रदर्शन करते हैं । इस रूढ़िवादिता एवं
परिणामिक रूढ़िवादी आशंका के प्रभाव को कम
करने के लिए एक शिक्षक को क्या पहल करना
चाहिए?
(1) विभिन्न सामाजिक वर्गों के विद्यार्थियों के
बीच प्रतियोगिता आयोजित करनी चाहिए।
(2) विद्यार्थी से पढ़ाई छोड़कर किसी अन्य क्षेत्र में
शामिल होने के लिए सलाह देनी चाहिए।
(3) विभिन्न सामाजिक वर्गों के रोल मॉडल से
संबंधित कहानियों एवं उदाहरणों को
प्रस्तुत करना चाहिए।
(4) इस प्रकार के सरोकारों को अनदेखा करना
चाहिए।
8.
एक शिक्षिका अपनी कक्षा में सृजनात्मक
विद्यार्थियों को किस प्रकार से प्रोत्साहित कर
सकती है 
(1) अभिसारी चिंतन को हतोत्साहित करके
(2) अनेक परिप्रेक्ष्यों को प्रोत्साहित करके तथा
मल विचारों को महत्त्व देकर
(3) विद्यार्थियों को जोखिम लेने एवं चुनौतियाँ
का सामना करने से हतोत्साहित करके 
(4) अपसारी चिंतन पर बल देकर ।

9. निम्नलिखित में से कौन सा कारक कक्षा में सार्थक अधिगम का पक्ष लेता है 
(1) बच्चों को पढ़ने के लिए अभिप्रेरित करने
हेतु पुरस्कारों को बढ़ावा देना ।
(2) निर्देश के लिए केवल व्याख्यान विधि को
अपनाना
(3) विषयवस्तु तथा बच्चों के संपूर्ण कुशलक्षेम
एवं अधिगम के प्रति सच्चा सरोकार रखना
(4) बच्चों को पढ़ने के लिए अभिप्रेरित करने
हेतु परीक्षणों की संख्या को बढ़ाना

10. निम्नलिखित में से कौन सा प्रभावशाली समस्या
समाधान रणनीति का एक उदाहरण है 
(1) क्रियात्मक अनम्यता - एक वस्तु के
केवल परंपरागत कार्य पर ध्यान देना।
(2) प्रतिक्रिया निर्धारण - समस्या प्रस्तुतिकरण
के एक ही आयाम में सीमित रहना
(3) साधन-साध्य विश्लेषण - समस्या को
अनेक उपलक्ष्यों में विभाजित करना
(4) समाधान के मूल्यांकन पर बिलकुल ध्यान
नहीं देना

11. एक शिक्षक एक समावेशी कक्षा में विशेष योग्यता
वर्ग वाले अधिगमकर्ताओं की आवश्यकताओं
को किस प्रकार से बता सकता है  संबोधित कर
सकता है 
(1) विद्यार्थियों को निर्देश देने के लिए एक रूप
तरीकों का प्रयोग करना।
(2) अत्यधिक लिखित गृहकार्य देना तथा
उत्तरों को अन्य प्रतिभाशाली विद्यार्थियों से
नकल करने पर दबाव डालना।
(3) प्रत्येक विद्यार्थी के अधिगम के सशक्त
पक्षों एवं कमजोरियों के विश्लेषण के
आधार पर विशिष्ट अधिगम उद्देश्यों को
विकसित करना।
(4) आकलन के लिए पेपर-पेंसिल टेस्ट का प्रयोग
करना तथा अभ्यास एवं रटने पर बल देना ।

12. शिक्षक कक्षा में पढ़ने में ध्यान न देने वाले बच्चों से किस प्रकार का बरताव कर सकते हैं
(1) पूरी कक्षा के सामने उन्हें बार-बार
डाँटकर।
(2) उनसे बात करके तथा उनकी अरुचि का
कारण जानने की कोशिश करके ।
(3) उन्हें गृहकार्य के रूप में अत्यधिक
वर्कशीट देकर।
(4) बच्चों को कक्षा से बाहर जाने के लिए
कहकर ।

13. संरचनावादी उपागम बताता है कि ___ ज्ञान
की संरचना के लिए अत्यन्त आवश्यक है।
(1) अनुबंधन
(2) दंड
(3) यंत्रवत् याद करना
(4) विद्यार्थी का पूर्वज्ञान

14. बच्चे अनेक घटनाओं के बारे में सहजानुभूत
सिद्धांत की संरचना करते हैं । इस पृष्ठभूमि में एक
शिक्षक को क्या करना चाहिए 
(1) बच्चों के इन विचारों को खारिज करना
चाहिए।
(2) बच्चों के विचारों एवं सिद्धांतों को अनदेखा
करना चाहिए।
(3) बच्चों को इन विचारों के लिए डाँटना
चाहिए क्योंकि ये विचार उनके शिक्षण में
हस्तक्षेप करते हैं।
(4) संवाद के द्वारा बच्चों की इन अवधारणाओं
को चुनौती देनी चाहिए।

15. निम्नलिखित में से कौन सी शिक्षण-अधिगम के
लिए एक प्रभावशाली शिक्षण प्रणाली नहीं है 
(1) प्रयोग एवं पर्यवेक्षण ।
(2) संवाद एवं परिचर्चा ।
(3) दिए गए ज्ञान को दोहराने पर ध्यान केंद्रित
करना।
(4) बच्चों को अंतदृष्टि के द्वारा अनुमान लगाने
के लिए प्रोत्साहित करना।


16. निम्नलिखित में से कौन से कारक अधिगम को
प्रभावित करते हैं
(i) विद्यार्थी की अभिरुचि
(ii) विद्यार्थी का सांवेगिक स्वास्थ्य
(ii) शिक्षाशास्त्रीय रणनीतियाँ
(iv) विद्यार्थी का सामाजिक एवं सांस्कृतिक
संदर्भ
(1) (ii), (ii)
(2) (i), (ii), (iii)
(3) (i), (ii), (ii), (iv)
(4) (i), (ii)

17. निम्नलिखित में से क्या ज्ञान के सार्थक संरचना
की प्रक्रिया का एक महत्त्वपूर्ण पहलू है 
(1) लगातार अभ्यास तथा बार-बार स्मरण
करना
(2) पुरस्कार एवं दंड
(3) उद्दीपन-प्रतिक्रिया संबंध
(4) सामाजिक पारस्परिक क्रियाएँ


18. जब विद्यार्थी पुरस्कार पाने की इच्छा से बार-बार
किसी गतिविधि को करने का निर्णय लेते हैं (जैसा
कि एक प्रयोग का नियोजन एवं संचालन करना) जो
कि प्रत्यक्ष रूप से उस गतिविधि से संबंधित नहीं है।
(जैसा कि एक स्टार या बैज प्राप्त करना),
ऐसी स्थिति में क्या संभावना उत्पन्न होती है 
(1) समझने के लिए अधिगम से आनंद प्राप्त करना
(2) पुरस्कार के बिना भी उस गतिविधि में लगे
रहना
(3) अन्य लोगों को खुश करने के लिए कार्य
करने के बजाय स्वयं की निपुणता के लिए
उद्देश्य निर्धारित करना
(4) अधिगम के प्रति भौतिकवादी अभिवृत्ति
का विकास

19. संज्ञान एवं संवेग के बीच किस प्रकार संबंध होता
(1) एक दिशीय - संवेग संज्ञान को प्रभावित
करते हैं
(2) एक दिशीय - संज्ञान संवेगों को प्रभावित
करता है
(3) द्विदिशीय - दोनों के बीच एक गतिशील
पारस्परिक क्रिया होती है
(4) एक दूसरे से स्वतंत्र हैं

20. निम्नलिखित में से कौन सी मध्य बाल्यावस्था
की विशेषता है 
(1) अमूर्त रूप से सोचने तथा वैज्ञानिक तर्क
का प्रयोग करने की योग्यता विकसित
होती है।
(2) बच्चे तार्किक एवं मूर्त रूप से सोचना प्रारंभ
कर देते हैं।
(3) अधिगम मुख्य रूप से संवेदी एवं चालक
गतिविधियों द्वारा घटित होता है ।
(4) शारीरिक वृद्धि एवं विकास बहुत तेज गति
से होता है।


21.
परिवार एवं पास-पड़ोस, बच्चों के सामाजीकरण
की-
(1) प्राथमिक एजेंसियाँ हैं।
(2) मध्य एजेंसियाँ हैं।
(3) द्वितीयक एजेंसियाँ हैं ।
(4) मनोवैज्ञानिक एजेंसियाँ हैं।

22. बाल्यावस्था की अवधारणा से क्या अभिप्राय है  
(1)
समकालीन सामाजिक-संचनावाटी
मनोवैज्ञानिकों के अनुसार यह एक
सामाजिक संरचना है।
(2)
यह है कि बच्चे दुष्ट रूप में पैदा होते हैं और
उन्हें सभ्य बनाना होता है।
(3) यह कि बच्चे शून्य से शुरुआत करते हैं
और उनके गुण पूरी तरह से परिवेश के
द्वारा निर्धारित किए जाते हैं।
(4) यह विभिन्न सांस्कृतिक संदर्भो में सार्वभौम
रूप से समान है।


23. समाज में विभिन्न लिंगों के लिए उपयुक्त मानी जाने ।
वाली प्रारूपिक विशेषताओं के बारे में जन
सामान्य की अवधारणाओं को क्या कहते हैं 
(1) जेंडर भूमिकाएँ
(2) जेंडर पहचान
(3) जेंडर रूढ़िवादिताएँ
(4) जेंडर विभेदीकरण

24. हाल ही में पाठ्यचर्या में ऐसी कहानियों को
शामिल करने के लिए विवेकशील प्रयास किया
गया है जिसमें पिता घर के कार्यों में लगा रहता है।
और माता साहसी गतिविधियों को करती है । यह
कदम किसलिए महत्त्वपूर्ण है 
(1) यह जेंडर रूढ़िवादिता को समाप्त करता है।
(2) यह जेंडर स्थिरता को प्रोत्साहित करता है ।
(3) यह जेंडर विभेदीकरण को बढ़ाता है ।
(4) यह जेंडर पक्षपात को सशक्त बनाता है।

25. वायगोट्स्की के अनुसार, जब एक वयस्क बच्चे
के निष्पादन के वर्तमान स्तर को सहयोग द्वारा
विस्तारित करता है तो इसे क्या कहते हैं ?
(1) समीपस्थ विकास का क्षेत्र
(2) पाड़ (ढांचा)
(3) अंत: व्यक्तिनिष्ठता
(4) खोजपूर्ण अधिगम

26. नूर विद्यालय में अपना लंच बॉक्स लाना भूल गई
तथा यह कहते हुए तान्या से उसका लंच साझा
करने के लिए कहा, “तुम्हें आज अपना लंच मेरे
साथ साझा करना चाहिए क्योंकि कल मैंने तुम्हारे
साथ अपना लंच साझा किया था।"
लॉरेंस कोलबर्ग के नैतिक विकास के सिद्धांत के
अनुसार नूर का कथन
अभिविन्यास–_______
प्रारूप को ______अवस्था पर दर्शाता है।
(1) आज्ञापालन; पूर्व-परम्परागत
(2) अच्छा होना ;परम्परागत
(3) आदान-प्रदान ; परम्परागत
(4) कानून एवं व्यवस्था ; पश्च-परम्परागत

27.
______के अनुसार, बच्चों के चिंतन के बारे में
सामाजिक प्रक्रियाओं तथा सांस्कृतिक संदर्भ के
प्रभाव को समझना आवश्यक है।
(1) जीन पियाजे
(2) लेव वायगोट्स्की
(3) अलबर्ट बैन्डुरा
(4) लॉरेंस कोलबर्ग

28. पियाजे के संज्ञानात्मक विकास के सिद्धांत से
निहितार्थ निकालते हुए एक ग्रेड 6-8 के शिक्षक
को अपनी कक्षा में क्या करना चाहिए 

(1) ऐसी समस्याएँ प्रस्तुत करनी चाहिए जिसमें
तर्क आधारित समाधान की आवश्यकता
होती है।
(2) एक अवधारणा को पढ़ाने के लिए केवल
मूर्त सामग्रियों का प्रयोग करना चाहिए ।
(3) केवल निर्धारित पाठ्यक्रम पर निर्भर रहना
चाहिए।
(4) तार्किक बहस के प्रयोग को हतोत्साहित
करना चाहिए।

29. हावर्ड गार्डनर के बहु बुद्धि सिद्धांत के अनुसार,
तार्किक-गणितीय बुद्धि वाले एक व्यक्ति की
क्या विशेषताएँ हो सकती हैं 
(1) दृश्य-स्थानिक परिवेश को सटीक रूप से
ग्रहण करने की योग्यता।
(2) संगीतमय अभिव्यक्तियों के आवाज के
स्तर, ताल एवं सौंदर्यपरक गुणों को उत्पन्न
करने एवं प्रशंसा करने की योग्यता।
(3) पैटर्न को खोजने की एवं तर्क की लम्बी
श्रृंखला को हल करने की क्षमता और
संवेदनशीलता।
(4) ध्वनि, ताल तथा शब्दों के अर्थ के प्रति
संवेदनशीलता।

30. जीन पियाजे के संज्ञानात्मक विकास के सिद्धांत के
अनुसार, परिकल्पित निगमनात्मक तर्क किस
अवधि में विकसित होता है 
(1) पूर्व संक्रियात्मक अवस्था
(2) मूर्त संक्रियात्मक अवस्था
(3) अमूर्त संक्रियात्मक अवस्था
(4) संवेदी-चालक अवस्था